स्वच्छ भारत के नारों से 30/03/2017 को गूंज उठा खवासपुर का कोना कोना।
पांच सौ बच्चों और बड़ों ने जोरदार ध्वनि से कार्यक्रम का स्वागत किया।
बच्चे सफाई अभियान के समर्थन में उत्साह के साथ झंडे और पोस्टर लहरा रहे थे।
और बड़े हाथों में झाड़ू ले कर पुरे गांव की सफाई किये! और लोगों से गुजारिस भी किए की अपने आस-पास और अपने गांव को साफ रखें! ऐसा करने से ही हम अपने आप को और अपने परिवार सहित अपने गांव और देश को साफ और स्वस्थ रख सकेंगे ! इस कार्यक्रम में उपस्थित लोग कुछ इस प्रकार हैं। ...............
कुमार नाथ झा =डेलीगेट
पंकज कुमार भगत =पंचायत अध्यक्ष
अशोक झा =बूथ अध्यक्ष
ललित झा =प्रभारी
सुरेंद्र मंडल =चेयरमैन
विवेकानंद शर्मा =पंचायत अध्यक्ष (रमई)
राजीव कुमार राय
इरसाद
गौरव कुमार
रौशन कुमार
रिशु आनंद
शिवानंद जी
दिलीप भगत
देवेंद्र मंडल
बासुदेव खां
कुशेस्वर ख़ान
सिकंदर जी
अवं समस्त मीडिया प्रभारी
स्वच्छ भारत अभियान क्या है ?
स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्वच्छता मुहिम है जो भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया है, इसके तहत 4041 सांविधिक नगरों के सड़क, पैदल मार्ग और अन्य कई स्थल आते है। ये एक बड़ा आंदोलन है जिसके तहत भारत को 2019 तक पूर्णंत: स्वच्छ बनाना है। इसमें स्वस्थ और सुखी जीवन के लिये महात्मा गाँधी के स्वच्छ भारत के सपने को आगे बढ़ाया गया है। इस मिशन को 2 अक्टूबर 2014(145वीं जन्म दिवस) को बापू के जन्म दिवस के शुभ अवसर पर आरंभ किया गया है और 2 अक्टूबर 2019 (बापू के 150वीं जन्म दिवस ) तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है । भारत के शहरी विकास तथा पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के तहत इस अभियान को ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लागू किया गया है।
इस मिशन का पहला स्वच्छता अभियान(25 सितंबर 2014) भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा इसके पहले शुरु किया जा चुका था। इसका उद्देश्य सफाई व्यवस्था की समस्या का समाधान निकालना साथ ही सभी को स्वच्छता की सुविधा के निर्माण द्वारा पूरे भारत में बेहतर मल प्रबंधन करना है।
स्वच्छ भारत अभियान क्या है ?
स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्वच्छता मुहिम है जो भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया है, इसके तहत 4041 सांविधिक नगरों के सड़क, पैदल मार्ग और अन्य कई स्थल आते है। ये एक बड़ा आंदोलन है जिसके तहत भारत को 2019 तक पूर्णंत: स्वच्छ बनाना है। इसमें स्वस्थ और सुखी जीवन के लिये महात्मा गाँधी के स्वच्छ भारत के सपने को आगे बढ़ाया गया है। इस मिशन को 2 अक्टूबर 2014(145वीं जन्म दिवस) को बापू के जन्म दिवस के शुभ अवसर पर आरंभ किया गया है और 2 अक्टूबर 2019 (बापू के 150वीं जन्म दिवस ) तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है । भारत के शहरी विकास तथा पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के तहत इस अभियान को ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लागू किया गया है।
इस मिशन का पहला स्वच्छता अभियान(25 सितंबर 2014) भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा इसके पहले शुरु किया जा चुका था। इसका उद्देश्य सफाई व्यवस्था की समस्या का समाधान निकालना साथ ही सभी को स्वच्छता की सुविधा के निर्माण द्वारा पूरे भारत में बेहतर मल प्रबंधन करना है।
स्वच्छ भारत अभियान की जरुरत
अपने उद्देश्य की प्राप्ति तक भारत में इस मिशन की कार्यवाही निरंतर चलती रहनी चाहिये। भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिये भारत के लोगों में इसका एहसास होना बेहद आवश्यक है। ये सही मायनों में भारत की सामाजिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिये है जो हर तरफ स्वच्छता लाने से शुरु किया जा सकता है। यहाँ नीचे कुछ बिंदु उल्लिखित किये जा रहे है जो स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता को दिखाते है।
ये बेहद जरुरी है कि भारत के हर घर में शौचालय हो साथ ही खुले में शौच की प्रवृति को भी खत्म करने की आवश्यकता है।
अस्वास्थ्यकर शौचालय को पानी से बहाने वाले शौचालयों से बदलने की आवश्यकता है।
हाथ के द्वारा की जाने वाली साफ-सफाई की व्यवस्था का जड़ से खात्मा जरुरी है।
नगर निगम के कचरे का पुनर्चक्रण और दुबारा इस्तेमाल, सुरक्षित समापन, वैज्ञानिक तरीके से मल प्रबंधन को लागू करना।
खुद के स्वास्थ्य के प्रति भारत के लोगों की सोच और स्वाभाव में परिवर्तन लाना और स्वास्थ्यकर साफ-सफाई की प्रक्रियों का पालन करना।
ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में वैश्विक जागरुकता का निर्माण करने के लिये और सामान्य लोगों को स्वास्थ्य से जोड़ने के लिये।
इसमें काम करने वाले लोगों को स्थानीय स्तर पर कचरे के निष्पादन का नियंत्रण करना, खाका तैयार करने के लिये मदद करना।
पूरे भारत में साफ-सफाई की सुविधा को विकसित करने के लिये निजी क्षेत्रों की हिस्सेदारी बढ़ाना।
भारत को स्वच्छ और हरियाली युक्त बनाना।
ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना।
स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से समुदायों और पंचायती राज संस्थानों को निरंतर साफ-सफाई के प्रति जागरुक करना।
वास्तव में बापू के सपनों को सच करने के लिये ये सब करना है।
apane uddeshy kee praapti tak bhaarat mein is mishan kee kaaryavaahee nirantar chalatee rahanee chaahiye. bhautik, maanasik, saamaajik aur bauddhik kalyaan ke liye bhaarat ke logon mein isaka ehasaas hona behad aavashyak hai. ye sahee maayanon mein bhaarat kee saamaajik sthiti ko badhaava dene ke liye hai jo har taraph svachchhata laane se shuru kiya ja sakata hai. yahaan neeche kuchh bindu ullikhit kiye ja rahe hai jo svachchh bhaarat abhiyaan kee aavashyakata ko dikhaate hai.
ye behad jaruree hai ki bhaarat ke har ghar mein shauchaalay ho saath hee khule mein shauch kee pravrti ko bhee khatm karane kee aavashyakata hai.
asvaasthyakar shauchaalay ko paanee se bahaane vaale shauchaalayon se badalane kee aavashyakata hai.
haath ke dvaara kee jaane vaalee saaph-saphaee kee vyavastha ka jad se khaatma jaruree hai.
nagar nigam ke kachare ka punarchakran aur dubaara istemaal, surakshit samaapan, vaigyaanik tareeke se mal prabandhan ko laagoo karana.
khud ke svaasthy ke prati bhaarat ke logon kee soch aur svaabhaav mein parivartan laana aur svaasthyakar saaph-saphaee kee prakriyon ka paalan karana.
graameen kshetron mein rahane vaale logon mein vaishvik jaagarukata ka nirmaan karane ke liye aur saamaany logon ko svaasthy se jodane ke liye.
isamen kaam karane vaale logon ko sthaaneey star par kachare ke nishpaadan ka niyantran karana, khaaka taiyaar karane ke liye madad karana.
poore bhaarat mein saaph-saphaee kee suvidha ko vikasit karane ke liye nijee kshetron kee hissedaaree badhaana.
bhaarat ko svachchh aur hariyaalee yukt banaana.
graameen kshetron mein jeevan kee gunavatta mein sudhaar laana.
svaasthy shiksha kaaryakramon ke maadhyam se samudaayon aur panchaayatee raaj sansthaanon ko nirantar saaph-saphaee ke prati jaagaruk karana.
vaastav mein baapoo ke sapanon ko sach karane ke liye ye sab karana hai.
The slogan of clean India took place on 30/03/2017 and reached the corner corner of Khawaspur.
Five hundred children and elders welcomed the program with a loud sound.
Children were fluttering flags and posters with enthusiasm in support of the cleanliness campaign.
And sweeping the whole village by taking a broom in big hands! And also people have forgotten that around you and keep your village clean! By doing so, we will be able to keep our village and country clean and healthy, including ourselves and our family! Some of the people present in this program are as follows. ...............
Kumar Nath Jha = Delegate
Pankaj Kumar Bhagat = Panchayat President
Ashok Jha = Booth President
Fine J = charge
Surendra Mandal = Chairman
Vivekanand Sharma = Panchayat President (Ramai)
Rajiv Kumar Rai
Erasad
Gaurav Kumar
Raushan Kumar
Rishi Anand
Shivanand ji
Dilip Bhagat
Devendra Mandal
Basudev khan
Kuswaroos Khan
Sikandar ji
And all media in charge
What is Clean India Campaign?
Swachh Bharat Abhiyan is a National Sanitation Campaign which has been established by the Government of India, under which 4041 statutory towns, roads, foot trails and many other places come. This is a big movement under which India is to clean up completely till 2019. In this, the dream of Mahatma Gandhi's clean India has been extended for a healthy and happy life. This mission has been started on October 2, 2014 (145th birth day) on the auspicious occasion of Bapu's Birthday and is set to complete till October 2, 2019 (Bapu's 150th Birthday). Under the Ministry of Urban Development and Drinking Water and Sanitation, this campaign has been implemented in both rural and urban areas.
The first cleanliness campaign of this mission (25 September 2014) had been started by the Indian Prime Minister earlier. Its purpose is to solve the problem of the cleanliness system and also to make better sewage arrangements across India by building sanitation facilities.
What is Clean India Campaign?
Swachh Bharat Abhiyan is a National Sanitation Campaign which has been established by the Government of India, under which 4041 statutory towns, roads, foot trails and many other places come. This is a big movement under which India is to clean up completely till 2019. In this, the dream of Mahatma Gandhi's clean India has been extended for a healthy and happy life. This mission has been started on October 2, 2014 (145th birth day) on the auspicious occasion of Bapu's Birthday and is set to complete till October 2, 2019 (Bapu's 150th Birthday). Under the Ministry of Urban Development and Drinking Water and Sanitation, this campaign has been implemented in both rural and urban areas.
The first cleanliness campaign of this mission (25 September 2014) had been started by the Indian Prime Minister earlier. Its purpose is to solve the problem of the cleanliness system and also to make better sewage arrangements across India by building sanitation facilities.
Need for Swachh Bharat Abhiyan
Until the achievement of its purpose, the proceedings of this mission in India should be continued. For the physical, mental, social and intellectual well-being, it is very important for people of India to realize this. It is in the right way to promote India's social status which can be started by bringing cleanliness to all sides. Here are some points mentioned below that show the need for Swachh Bharat Abhiyan.
It is extremely important that every household in India has toilets as well as open defecation tendencies in the open.
There is a need to replace the unhealthy toilets with water-sanitary toilets.
The elimination of the cleanliness system by hand is necessary.
Recycling and reuse of municipal waste, safe completion, implementation of sewage management in scientific manner.
Changing the thinking and nature of the people of India towards their own health and following the processes of hygiene and cleanliness.
To create global awareness among people living in rural areas and to connect the common people with health.
Helping the people working in it to control the execution of waste at the local level, helping to prepare the template.
Increase the share of private sector to develop cleanliness facility across India.
Make India clean and green.
Improve the quality of life in rural areas.
Enlighten the constant hygiene of communities and Panchayati Raj institutions through health education programs.
In fact, all this is done to make Bapu's dreams come true.
0 Comments